Friday, September 24, 2010

A Strange Preparation

दुनिया में

हर रोज
जब
मैं उठता हूँ
हर सुबह
तो
देखता हूँ कि
सारे के सारे लोग
लगे हैं
इस तैयारी मॆं
कि
शाम के
आते आते
इतना शोर पैदा किया जाये
कि
भर जाये
मनों का खालीपन
और
मिट जाएँ
सन्नाटे ।

पर अफ़सोस
न जाने क्यों
हर शाम
सूरज डूबने के साथ
सन्नाटे और गहरे हो जाते हैं
खालीपन और बढ जाता है ।

और फिर
जब मैं उठता हूँ
सुबह
तो
देखता हूँ कि
सारे के सारे लोग
लगे हैं
उसी तैयारी मॆं ।


November 23, 1993